देहरादून जू में सूबे के वन मंत्री सुबोध उनियाल द्वारा आज बाघ (Tiger) बाड़े का उद्घाटन एवं बाघों को पर्यटकों के अवलोकनार्थ खोले जाने का शुभारंभ किया गया।
केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण से बाघों को पर्यटकों के दर्शन हेतु अनुमति मिलने के पश्चात ही उक्त बाड़े का उद्घाटन किया गया है।इस कार्यक्रम के अवसर पर वनमंत्री सुबोध उनियाल ने बताया कि बाघ (Tiger) बाड़े का निर्माण केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (CZA) की अनुमति मिलने के पश्चात नियमानुसार मानकों के अनुरूप किया गया है। उक्त बाघ बाड़े का निर्माण देहरादून जू के 20 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैले सफारी क्षेत्र मे किया गया है। वर्तमान में इस बाघ बाड़े में 02 नर बाघ रखे गए हैं जिनको राज्य के अलग-अलग स्थानों से रेसक्यू करने के उपरांत कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व के ढेला रेसक्यू सेंटर मे रखा गया था।
मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक, उत्तराखण्ड की स्वीकृति एवं निर्देशों के क्रम में दोनों नर बाघों को देहरादून जू लाया गया था। प्रथम बाघ की उम्र लगभग 6 वर्ष 9 माह है तथा द्वितीय बाघ की उम्र लगभग 4 वर्ष 9 माह है।
चूकि उत्तराखंड राज्य बाधों की संख्या के मामले में पूरे देश में तीसरे स्थान पर काबिज है. इस दृष्टि से देहरादून जू में पर्यटकों के अवलोकनार्थ बाघों के बाड़े का खोला जाना वन्यजीव संरक्षण एवं जन जागरूकता की दिशा में एक सराहनीय कदम है। उत्तराखण्ड में देश के विभिन्न राज्यों से बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। देहरादून जू में बाघ बाड़े के उद्घाटन के पश्चात इन पर्यटकों को अन्य वन्यजीवों के साथ-साथ अब देहरादून शहर में बाघों के भी दर्शन हो सकेंगे, जिससे देहरादून जू एवं राज्य की आय में वृद्धि हागी।
कार्यक्रम में आर०के० सुधांशु, प्रमुख सचिव वन एवं पर्यावरण, उत्तराखण्ड शासन, डॉ० धनंजय मोहन, प्रमुख वन संरक्षक (HoFF) उत्तराखण्ड, रंजन कुमार मिश्र, प्रमुख वन संरक्षक (वन्यजीव) / मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक, उत्तराखण्ड, बी०पी० गुप्ता, प्रमुख वन संरक्षक, विवेक पाण्डे, अपर प्रमुख वन संरक्षक (वन्यजीव), उत्तराखण्ड, कपिल लाल अपर प्रमुख वन संरक्षक (परियोजना), नरेश कुमार, अपर प्रमुख वन संरक्षक, गढ़वाल, निशांत वर्मा अपर प्रमुख वन संरक्षक, मनोज चंद्रन, मुख्य वन संरक्षक, सुशांत पटनायक, मुख्य वन संरक्षक, डा० पराग मधुकर धकाते मुख्य वन संरक्षक वन पंचायत, पी०के० पात्रो मुख्य वन संरक्षक ईको टूरिजम, साकेत बड़ोला निदेशक कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व, राजीव धीमान वन संरक्षक शिवालिक वृत्त, कहकशां नसीम, वन सरक्षक यमुना, डा० कोको रोसे, निदेशक राजाजी, प्रभागीय वनाधिकारी देहरादून नीरज कुमार आदि मौजूद रहे।