क्राइम स्टोरी न्यूज़: शहर से देहात तक लोग आधार कार्ड बनवाने के लिए दौड़ लगा रहे हैं लेकिन कहीं पर आधार कार्ड नहीं बन पा रहे हैं। कुछ जगह सेंटर ही बंद हो गए हैं जबकि आधार कार्ड में संशोधन के लिए साइट नहीं खुल पा रही है। इसके कारण हर कोई परेशान हैं
संवाददाता, रुड़की: शहर से देहात तक लोग आधार कार्ड बनवाने के लिए दौड़ लगा रहे हैं, लेकिन कहीं पर आधार कार्ड नहीं बन पा रहे हैं। कुछ जगह सेंटर ही बंद हो गए हैं, जबकि आधार कार्ड में संशोधन के लिए साइट नहीं खुल पा रही है। इसके कारण हर कोई परेशान है। और जहां पर सेंटर चालू है वहां पर सेंटर स्वामी मनमर्जी पैसे वसूल रहे हैं दाखिले से लेकर तमाम सरकारी योजनाओं के लाभ एवं पहचान पत्र के रूप में आधार कार्ड की अनिवार्यता हो चली है। बच्चों से लेकर उम्रदराज तक सबके लिए अब आधार कार्ड जरूरी है। आधार कार्ड बनवाने के लिए सरकार की ओर से बैंकों, डाकघर, तहसील एवं जन सेवा केंद्रों पर व्यवस्था की गई है। पहले तो टोकन सिस्टम से आधार बनाए जा रहे थे। एक बार में दो से तीन माह का स्लाट बुक हो जा रहा था। कोरोना संक्रमण के चलते तमाम सेंटर बंद हो गए। इसके बाद इनको चालू कर दिया गया था, लेकिन 15 दिन से रुड़की एवं आसपास के क्षेत्रों में आधार कार्ड को लेकर समस्या बढ़ गई है। रुड़की के मुख्य डाकघर पर आधार कार्ड बनवाने के लिए काफी भीड़ रहती थी, लेकिन एक सप्ताह से यह सेंटर बंद पड़ा है। आधार कार्ड बनवाने एवं संशोधन के लिए यहां पर आने वाले व्यक्ति हर दिन मायूस होकर लौट रहे हैं। रुड़की डाकघर के सहायक मुख्य पोस्ट मास्टर ने बताया कि कुछ दिन से साइट में दिक्कत आने की वजह से डाकघर में आधार कार्ड नहीं बन पा रहे हैं। वहीं रुड़की के भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा में भी आधार कार्ड सेवा बंद पड़ी हैं। मंगलौर डाकघर में भी वर्तमान में आधार कार्ड नहीं बन पा रहे हैं। ऐसी ही स्थिति कलियर, नारसन, झबरेड़ा एवं लंढौरा में भी बनी हुई है। वही आधार कार्ड में संशोधन व न्यूकार्ड को लेकर भगवानपुर के जनसेवा केंद्रों पर मारामारी का माहौल बना रहता है और जन सेवा केंद्र स्वामी ₹100 से लेकर ₹500 तक लोगों से वसूलते हैं आखिरकार कब किया जाएगा केंद्रो में सुधार, कब होगी अवैध पैसा वसूलने वालों पर कार्यवाही?