क्राईम स्टोरी न्यूज़ हरिद्वार। आगामी कुम्भ मेला-2027 हेतु की जाने वाली व्यवस्थाओं के सुचारु सम्पादन एवं नीतिगत निर्णय लिये जाने हेतु आयुक्त गढ़वाल मण्डल विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में मेला नियंत्रण भवन, सी०सी०आर० में महत्वपूर्ण बैठक की गई। आयुक्त गढ़वाल मंडल विनय शंकर पाण्डे ने अर्द्धकुम्भ 2027 के भव्य और दिव्य तथा सफल आयोजन हेतु दीर्घकालिक कार्यों की कार्य योजना शीघ्रता से तैयार कर पूर्ण करने के निर्देश दिए है। उन्होंने बताया कि प्रयागराज में जैसे भव्य कुंभ का आयोजन हुआ वैसे ही माननीय मुख्यमंत्री ने प्रयागराज की धरती से घोषणा की हमारा 2027 का जो मेला होगा वह कुंभ मेला के नाम से जाना जाएगा और उसी तरह का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुम्भ मेला
2027 आयोजन में किसी भी स्तर पर कोई भी कमी न रहे, जो भी आवश्यक कार्य हों, उनकी समय से डीपीआर तैयार कर ली जाये। उन्होंने अल्प कालिक तथा दीर्घकालिक कार्यों की अलग-अलग सूची बनाने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि श्रद्धालुओं को उच्च कोटि की सुविधाए मिलें उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े, श्रद्धालुओं हेतु यातायात तथा सुरक्षा व्यवस्था से सम्बन्धित कार्य योजना पर विशेष ध्यान दिया जाये मेले के आयोजन में 02 वर्ष बचे है उसकी तैयारी
युद्ध स्तर पर की जाए। उन्होंने विद्युत, पुलिस, परिवहन आदि की व्यवस्था दुरूस्त करने के निर्देश अधिकारियों को दिये कि सुरक्षात्मक दृष्टि से सभी पहलुओं पर विशेष ध्यान देते हुए कार्य किये जाये। उन्होंने कुम्भ मेले के दौरान निर्बाध विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था करने, अतिरिक्त ट्रान्सफर्मरों की व्यवस्था रखने, के निर्देश विद्युत विभाग के अधिकारियों को दिये। आयुक्त विनय शंकर पाण्डेय को जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह ने आगामी कुंभ मेले-2027 की तैयारियों की जानकारी दी। आयुक्त गढ़वाल पाण्डेय ने आने वाले श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य आदि की देखभाल के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी का आवश्यक औषधियां एवं एंबुलेस की पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था रखी जाने की कार्ययोजना तैयार करने को कहा बैठक में गंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम, महामत्री तन्मय वशिष्ट, मुख्य चिकित्साधिकारी आर.के सिंह, एसपी हरिद्वार जितेन्द्र मेहरा, नगर मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान, उपजिलाधिकारी अजयवीर सिंह, एचआरडीए वीसी अंशुल सिंह, डीओ पीआरडी पीसी पाण्डे, ईई पीडब्लूडी दीपक कुमार, जिला आपदा अधिकारी मीरा रावत, एचआरडीए अभिनव रावत, डीएसओ तेजबल सिंह,प्रोजेक्ट मैनेजर (गंगा) मिनाक्षी मित्तल सहित जनपद के सभी अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
